हर भूल तेरी माफ़ की..
हर खता को तेरी भुला दिया..
गम है कि, मेरे प्यार का..
तूने बेवफा बनके सिला दिया|
🌷💔💔💔🌷
: मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं
रही,
आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे
ज़रूरत नहीं रही,
बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,
कहीं भी आस-पास उस की
आहट नहीं रही|
🌷💔💔💔🌷
: उसे उड़ने का शौक था..
और हमें उसके प्यार की कैद पसंद
थी..
वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो..
आखिरी सांस तक साथ देने को रजामंद
थी|
🌷💔💔💔🌷
: दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी
दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|
🌷💔💔💔🌷
: कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से
झलकती है,
पर
अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ
मैं|
🌷💔💔💔🌷
: तुझे तो मिल गए होंगे नए साथी ।।
मुझे हर मोड़ पे तेरी कमी महसूस
होती है ।।
🌷💔💔💔🌷
: जब प्यार किसी से
हद से ज्यादा होने लगे..!!
तो वो प्यार खुशियों से ज्यादा
दर्द देने लगता है.
🌷💔💔💔🌷
: कभी उनकी भी कदर
करके देखो...
जो आपको बिना मतलब का प्यार करते हे.
🌷💔💔💔🌷
: रखा करो नजदीकियां,
ज़िन्दगी का कुछ भरोसा नहीं,
फिर मत कहना की चले भी गए
और बताया भी नही
🌷💔💔💔🌷
: क्या पानी पे लिखी थी ,
मेरी तकदीर मेरे मालिक,
हर ख्वाब बह जाता है,
मेरे रंग भरने से पहले ही...
🌷💔💔💔🌷
: तुझे चाहा,
तुझे बताया, पर हक़ न जताया कभी,
तुझसे दूर होकर खुद रोये बहुत,
पर तुझको न सताया कभी।।
🌷💔💔💔🌷
नाराजगी भी बड़ी
प्यारी सी चीज है,
.
चंद पलो मे प्यार को दुगुना कर देती हैं..
🌷💔💔💔🌷
: जिंदगी ने # एक ही #सबक सिखाया
है, #भरोसा # खुद पर करों # दूसरों पे नहीं
आज # अपनापन दिखाने # वाले, # कल किसी # और
के होते # है .
🌷💔💔💔🌷
वो क्या समज पायेंगे प्यार की कशिश,
जिन्होने फ़र्क़ ही नहीं समजा पसन्द
और प्यार में !!
🌷💔💔💔🌷
खुद से मिलने की भी फुर्सत
नही
अब मुझे..!!
-
और वो पगली औरो से मिलने का
इलज़ाम लगा रही है.. :))
🌷💔💔💔🌷
: फिर हथेली पे लकीरों का समंदर देखूँ..
ला तेरा हाथ के अपना मुकद्दर देखूँ..
🌷💔💔💔🌷
: क्यों सताते हो मुझे ,,
यूँ दुरियाँ बढ़ाकर ,,
,,
क्या तुम्हे मालूम नहीं
अधूरी हो जाती है तुझ बिन जिन्दगी,
हर खता को तेरी भुला दिया..
गम है कि, मेरे प्यार का..
तूने बेवफा बनके सिला दिया|
🌷💔💔💔🌷
: मुझे को अब तुझ से भी मोहब्बत नहीं
रही,
आई ज़िंदगी तेरी भी मुझे
ज़रूरत नहीं रही,
बुझ गये अब उस के इंतेज़ार के वो जलते दिए,
कहीं भी आस-पास उस की
आहट नहीं रही|
🌷💔💔💔🌷
: उसे उड़ने का शौक था..
और हमें उसके प्यार की कैद पसंद
थी..
वो शौक पूरा करने उड़ गयी जो..
आखिरी सांस तक साथ देने को रजामंद
थी|
🌷💔💔💔🌷
: दिल का हर राज दे दिया उनको मैहरबान समझ कर,
लगाया मौत को गले से हमने,उनका फरमान समझ,कर ,
वो नादान क्या जाने मेरी
दीवानगी कि हद को,
कि हर सितम को सहा है हमने उसका अहसान समझकर|
🌷💔💔💔🌷
: कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,
उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,
उदासी आज भी मेरे चेहरे से
झलकती है,
पर
अब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ
मैं|
🌷💔💔💔🌷
: तुझे तो मिल गए होंगे नए साथी ।।
मुझे हर मोड़ पे तेरी कमी महसूस
होती है ।।
🌷💔💔💔🌷
: जब प्यार किसी से
हद से ज्यादा होने लगे..!!
तो वो प्यार खुशियों से ज्यादा
दर्द देने लगता है.
🌷💔💔💔🌷
: कभी उनकी भी कदर
करके देखो...
जो आपको बिना मतलब का प्यार करते हे.
🌷💔💔💔🌷
: रखा करो नजदीकियां,
ज़िन्दगी का कुछ भरोसा नहीं,
फिर मत कहना की चले भी गए
और बताया भी नही
🌷💔💔💔🌷
: क्या पानी पे लिखी थी ,
मेरी तकदीर मेरे मालिक,
हर ख्वाब बह जाता है,
मेरे रंग भरने से पहले ही...
🌷💔💔💔🌷
: तुझे चाहा,
तुझे बताया, पर हक़ न जताया कभी,
तुझसे दूर होकर खुद रोये बहुत,
पर तुझको न सताया कभी।।
🌷💔💔💔🌷
नाराजगी भी बड़ी
प्यारी सी चीज है,
.
चंद पलो मे प्यार को दुगुना कर देती हैं..
🌷💔💔💔🌷
: जिंदगी ने # एक ही #सबक सिखाया
है, #भरोसा # खुद पर करों # दूसरों पे नहीं
आज # अपनापन दिखाने # वाले, # कल किसी # और
के होते # है .
🌷💔💔💔🌷
वो क्या समज पायेंगे प्यार की कशिश,
जिन्होने फ़र्क़ ही नहीं समजा पसन्द
और प्यार में !!
🌷💔💔💔🌷
खुद से मिलने की भी फुर्सत
नही
अब मुझे..!!
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और वो पगली औरो से मिलने का
इलज़ाम लगा रही है.. :))
🌷💔💔💔🌷
: फिर हथेली पे लकीरों का समंदर देखूँ..
ला तेरा हाथ के अपना मुकद्दर देखूँ..
🌷💔💔💔🌷
: क्यों सताते हो मुझे ,,
यूँ दुरियाँ बढ़ाकर ,,
,,
क्या तुम्हे मालूम नहीं
अधूरी हो जाती है तुझ बिन जिन्दगी,
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